कलम उठाई मैंने ,तुमने लिखना छोड़ दिया
मैंने अल्फाज़ो से रिश्ता क्या जोड़ा ,तुमने वर्षो का नाता तोड़ दिया
कागज़ की प्यार भुजा दी मैंने ,तुमने सियाही को यु रोल दिया
कलम उठाई मैंने ,तुमने लिखना छोड़ दिया
मैंने जो टूटे-फूटे इज़हार किये
तुमने मुँह मोड़ लिया
अभी ही तो हुआ था कहानी आगाज़,तम्हारे किस्सों ने तोड़ दिया
कलम उठाई मैंने ,तुमने लिखना छोड़ दिया
मैंने अल्फाज़ो से रिश्ता क्या जोड़ा ,तुमने वर्षो का नाता तोड़ दिया
कागज़ की प्यार भुजा दी मैंने ,तुमने सियाही को यु रोल दिया
कलम उठाई मैंने ,तुमने लिखना छोड़ दिया
मैंने जो टूटे-फूटे इज़हार किये
तुमने मुँह मोड़ लिया
अभी ही तो हुआ था कहानी आगाज़,तम्हारे किस्सों ने तोड़ दिया
कलम उठाई मैंने ,तुमने लिखना छोड़ दिया
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