Sunday, February 14, 2021

Punjabi nazm

 भट्ठी ते बल-बल के

चूल्हे उते सड़-सड़ के 

कड़ा निखरेया 

हुन साह वी नइ लैहदां 


पुरानियां चिठ्ठीयां पड़-पड़ के

सिखर दुपहरी कोठे ते चड़-चड़ के

नइ ओदां तेरा  सनेहा 

बनेरे ते कां वी नइ बैहदां


लोकां दी गल्लां वीच गल-गल के

ज़माने नाल लड़-लड़ के

हीर तेरी वे जोगिया 

चोला ओ लाह वी नइ देहदां 


पिछे तेरे मर-मर के

अरदासां तेरीयां कर-कर के 

मथे मेरे वट पै गए पैड़या 

हाँ वी नइ कैहदां ते ना वि नइ कैहदां 



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