Sunday, February 28, 2021

Nazm

 धड़कन तुम्हारी , ये दिल तुम्हारा  है 


मुशकत तुम्हे हो, 

मेरा घर-बार तुम्हारा  है


दिल की सत्ता पर राज तुम्हारा, 

मेरी सरकार ये वयपार तुम्हारा  है 


अपनी कलम से कर दो दस्तखत 

ये कोहरा बदन तुम्हारा है 


मेरा मुझ में कुछ ना रहे 

सब तुम्हारा, सिर्फ तुम्हारा है 







Sunday, February 14, 2021

Punjabi nazm

 भट्ठी ते बल-बल के

चूल्हे उते सड़-सड़ के 

कड़ा निखरेया 

हुन साह वी नइ लैहदां 


पुरानियां चिठ्ठीयां पड़-पड़ के

सिखर दुपहरी कोठे ते चड़-चड़ के

नइ ओदां तेरा  सनेहा 

बनेरे ते कां वी नइ बैहदां


लोकां दी गल्लां वीच गल-गल के

ज़माने नाल लड़-लड़ के

हीर तेरी वे जोगिया 

चोला ओ लाह वी नइ देहदां 


पिछे तेरे मर-मर के

अरदासां तेरीयां कर-कर के 

मथे मेरे वट पै गए पैड़या 

हाँ वी नइ कैहदां ते ना वि नइ कैहदां 



Sunday, February 7, 2021

Nazm

 ये  भी कोई काम हुआ

चाहतो में बदनाम हुआ


जितना नीचे गिरा वो

उतना बड़ा नाम हुआ 


मेरी वफाओं का 

धोखा ईनाम हुआ


शराफ़तो के चक्कर मे 

हुजूम मे गुमनाम हुआ 


पिघलती धूप है वो 

मै ढलती श्याम हुआ 


दर्द के बाज़ार में 

हस-हस कर नीलाम हुआ 


कैसा आगाज़ था ये 

हाय! कैसा अंजाम हुआ 


जान देकर भी 

मै ना उसकी जान हुआ