Sunday, January 24, 2021

Nazm

 आज़ादी की खातिर 

हुक्म टालना पड़ता है 

 

कल मनमरज़ी करने के लिए 

आज मन को मारना पड़ता है 


बाज़ी इश्क की जीत 

के हर बार हारना पड़ता है 


खुद का खुद में कुछ ना रहे कुछ 

खुद को उसपर वारना पड़ता है 


4 comments: