मेरे मथे तूने अपने गुनाह कर दिए
नशे में तो जहाँ है सारा
पाँव क्या लडखडाये मेरे
तूने अपने इरादे बदल दिए
तू होश में होकर मधहोश रहता है
बस मेरे लक्षण कुछ ऐसे थे जो छुप ना सके
कमाल है तेरी वफ़ा का इंतज़ार किया मैंने
और तुम दुसरो की राह पर दिए
आदत थी मुझे धोखो की
आह मेरी निकली तब तूने ज़ख्म हरे कर दिए
तुम नापते रहे हद मेरी
और एक हम थे पागल जो हद से गुज़र से गए
नशे में तो जहाँ है सारा
पाँव क्या लडखडाये मेरे
तूने अपने इरादे बदल दिए
तू होश में होकर मधहोश रहता है
बस मेरे लक्षण कुछ ऐसे थे जो छुप ना सके
कमाल है तेरी वफ़ा का इंतज़ार किया मैंने
और तुम दुसरो की राह पर दिए
आदत थी मुझे धोखो की
आह मेरी निकली तब तूने ज़ख्म हरे कर दिए
तुम नापते रहे हद मेरी
और एक हम थे पागल जो हद से गुज़र से गए