ये वक़्त की पुकार है
तीखी कलम की धार है
अलफ़ाज़ मेरे बेक़रार है
कौन सी पहली बार है ,
ताज -ओ- तख़्त हिलने लगे है
गुलशन दरख़्त पर खिलने लगे है
चुपके से दिल मिलने लगे है
पहचान पे सवाल है
नाम पर विवाद है
पर ये कौन सी पहली बार है
वाणी से विरोध है
गीता -आयतो का प्रतिशोध है
सत्य में मिला शोध है
अस्मिता पर प्रहार है
ये केसा अत्याचार है
पर ये कौन सी पहली बार है
तीखी कलम की धार है
अलफ़ाज़ मेरे बेक़रार है
कौन सी पहली बार है ,
ताज -ओ- तख़्त हिलने लगे है
गुलशन दरख़्त पर खिलने लगे है
चुपके से दिल मिलने लगे है
पहचान पे सवाल है
नाम पर विवाद है
पर ये कौन सी पहली बार है
वाणी से विरोध है
गीता -आयतो का प्रतिशोध है
सत्य में मिला शोध है
अस्मिता पर प्रहार है
ये केसा अत्याचार है
पर ये कौन सी पहली बार है
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