एक बड़े से घर में
कोने की तलाश है
खो चूका हु
फिर भी तुम्हे पाने की आस अब भी बाकी है
समुन्दर सा भरा हु मै
फिर भी तुझे छूने की प्यास अब भी बाकी है
कट के गिर गयी है जुबां
पर तेरे लफ्ज़ का स्वाद अब भी बाकी है
ठंडी पर चुकी है राख
पर तुझ में जलने की आग अब भी बाकी है
कोने की तलाश है
खो चूका हु
फिर भी तुम्हे पाने की आस अब भी बाकी है
समुन्दर सा भरा हु मै
फिर भी तुझे छूने की प्यास अब भी बाकी है
कट के गिर गयी है जुबां
पर तेरे लफ्ज़ का स्वाद अब भी बाकी है
ठंडी पर चुकी है राख
पर तुझ में जलने की आग अब भी बाकी है