Monday, February 19, 2018

Dosti

गर शुक्रियार कह दू गलती से तो तेरा एक धार देना
मेरी मलेरिया से घ्रस्त चुटकुलों पर ठहाके मार कर है देना
मेरे नए दोस्तों से तेरा जलना
तेरे आगे हर नकलियत का कम पड़ना
तेरे लंच में भिंडी लाना और मेरा सब चट  कर जाना
गुप्षुप के चटकारे लगाना
जो कोई बोले मेरे खिलाफ तो तेरा उम्र की फटकार लगाना
फ़ोन देर से उठाने पर तेरी मीठी गालियां
गालों पर छपी तेरी उंगलियों की लालियाँ
मेरा टूटकर बिखरना
तेरा मुझे समेटना
मेरा बच्चो सा दिलगी करना
तेरा सियानो सा मुझे समझना
ये सब झूठे व्यादे करते है
खाली बातो के दावे करते है
तूने मुझे चाशनी सी तार में नहीं तोला
जो भी था ,जैसा भी था मुँह पर बोला
तेरी बस के आगे किसी का बस नहीं चलता
ये तो सच है की ढूंढने पर भी नहीं मिलता
सिखलाया है मुझे दोस्ती का दस्तूर निभाना
तेरी वजह के आगे हर वजह का कम पड़ जाना
तेरी मेरी यारी ,सारी दुनिया महज़ अफसाना





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