Sunday, May 30, 2021

Punjabi nazm

 परछावां चल के तेरे राझंना  

छाले पै  गए हीर दे


हर दर ते, मथे टेके

हर पीर दे


पाटे कपड़े टुरदे-टुरदे 

लिरो लिर वे


वेख के हाल मेरा 

कलम चक लई फ़कीर ने


असी लड़-लड़ मर जाना 

नइ बन दे गुलाम लकीर दे


हुन हदां दी हद मुक गयी 

हुन ते रांझा नु हीर दे