Friday, February 28, 2020

Teri Gali Mein

उसकी धमकी से क्या मै डर जाऊँगा
हुस्न की चुनौती को कैसे ठुकराऊँगा
विश्वास है इतना की खाली हाथ नहीं आऊँगा
ज़िद्दी है तू ,अड़ियल हूँ मै भी,
होली तेरी गली में ही  मनाऊँगा

गर ना मिली चप्पल नंगे पांव दौड़ा आऊँगा
गुलाली रंग के तुझे बेशक पूरा भीग जाऊँगा
तेरी गालियों भी लगती है बरकत जैसी
अब और क्या मैं चाहूँगा
ज़िद्दी है तू ,अड़ियल हूँ मै भी,
होली तेरी गली में ही  मनाऊँगा

ज़माने की पाबंदियों को तोडा चला आऊँगा
सजदे तेरे दर पर हे सजाऊँगा
रूह में तेरी यु घुल जाऊँगा
ज़िद्दी है तू ,अड़ियल हूँ मै भी,
होली तेरी गली में ही  मनाऊँगा